Ad Code

क्यों इंसान परेशानियों, कठिनाइयों, मुश्किलों में हिम्मत छोड़ देता है, kyu insaan pareshaneyo me himmat chood deta hai,

पृथ्वी पर ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जिसे कोई समस्या ना हो, और पृथ्वी पर ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान ना हो, समस्या, के बारे में सोचने से बहाने मिलते हैं। और समाधान, के बारे में सोचने से रास्ते मिलते हैं, जिंदगी को आसान नहीं बस खुद को मजबूत बनाना पड़ता है ,उत्तम समय कभी नहीं आता समय को उत्तम बनाना पड़ता है।

इस आर्टिकल में जीवन में इंसान हौसला क्यों छोड़ता है, जीवन में इंसान परिस्थितियों से क्यों हार मान लेता है, किन कारणों से इंसान मुश्किलों से हार मान कर मान लेता है, जीवन में इंसान परिस्थितियों का सामना क्यों नहीं कर पाता, इन सब के क्या कारण हैं। इसी पर बात की गई है।


क्यों इंसान परेशानियों, कठिनाइयों, मुश्किलों में हिम्मत छोड़ देता है,


क्यों इंसान परेशानियों, कठिनाइयों, मुश्किलों में हिम्मत छोड़ देता है, (Why does a person give up courage in troubles, difficulties, difficulties, in hindi) 

क्यों इंसान परेशानियों में हिम्मत छोड़ देता है। यह बहुत ही मुश्किल और तकलीफ देने वाला सवाल है। परेशानियों में गिरकर क्यों इंसान टूट जाता है।


 परेशानियों में गिरकर जो इंसान डर जाता है। परेशानी में गिरकर जो इंसान फिर से दोबारा उठने की नहीं सोचता। आज भी उसी पर बात करेंगे। कि क्यों इंसान परेशानी में हिम्मत छोड़ देता है। और कैसे उसे इस परेशानी का सामना करके हल निकलना चाहिए।


जब भी किसी इंसान का जीवन आराम से ठीक तरह से चलता रहता है। तो वह अपना जीवन एकदम आसान तरीके से जीता रहता है।


लेकिन जैसे ही उसके जीवन में कुछ कठिनाइयां  परेशानी आती है। उसका पूरा जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है।

बहुत बार ऐसा होता है। कि वह इस परेशानी और मुश्किलों से डर कर बैठ जाता है ।और सोचने लगता है कि वह इन परेशानियों से निकल नहीं पाएगा।

वह इंसान मुसीबतों परेशानियों से हार का टूट कर अपनी जिंदगी खराब कर देता है। इससे सिर्फ उसकी ही जिंदगी खराब नहीं होती, बल्कि उसके साथ उसके पूरे परिवार की जिंदगी खराब हो जाती है, ऐसा क्यों होता है?


क्या मानसिक रूप से मजबूत ना होना जीवन में हारने का एक कारण है?

इसका सबसे बड़ा कारण है इंसान का मानसिक रूप से मजबूत ना होना। जब इंसान मानसिक रूप से मजबूत नहीं होता। तो मैं छोटी-छोटी मुश्किलों तकलीफो और परेशानी से टूट जाता है। और उनके सामने हथियार डाल कर डर कर बैठ जाता है।


क्योंकि इंसान गिरने के बाद उसे दुबारा उठाने और आगे बढ़ाने में उसकी मानसिक ताकत का बहुत बड़ा योगदान होता है।

यदि वह मानसिक रूप से मजबूत होता है। तो वह अपनी परेशानी का सामना करके फिर से खड़ा हो जाता है। परंतु यदि वह मानसिक रूप से मजबूत नहीं होगा। तो परेशानीयों में गिर कर अपनी पूरी जिंदगी खराब कर देगा। तो सबसे बड़ा कारण इंसान का मानसिक रूप से मजबूत न होना है। 


क्या परिवार के साथ भावनात्मक रूप से लगाव  ना रखना यह भी एक कारण है?

इंसान जब अपने जीवन में या बिजनेस में जब आगे बढ़ता है। तो बिजनेस की बातों को अपने परिवार के साथ नहीं करता।


वह यही सोचता है कि परिवार को इन सब बातों को बता कर परेशान करने का कोई मतलब नहीं है। और यही पर इंसान गलती कर जाता है।


क्योंकि जब वह किसी बड़ी मुसीबत या किसी बड़ी परेशानी मैं होता है। तो वह अपने परिवार वालों से इसके बारे में बात नहीं करता। और खुद ही अकेला परेशान होकर टूट जाता है।


याद रखिए अगर आप अपनी हर छोटी बड़ी परेशानी अपने परिवार के साथ बाटेंगे। तो आपका परिवार हर अच्छे बुरे वक्त में आपके साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगा।

परिवार के साथ भावनात्मक लगाव होना बहुत जरूरी है। क्योंकि यही भावनात्मक लगाव ही आपको जीवन में दोबारा गिरकर उठने की ताकत देगा।


तो परिवार के साथ अपने  भावनात्मक लगाव बनाए रखिए। आपको परिवार आपके बहुत बुरे बुरे दौर से भी निकालने में मदद करेगा। और आपको फिर से खड़ा करने में मदद करेगा।


क्या सकारात्मक न  होने से भी इंसान कठिन परिस्थितियों में हिम्मत छोड़ देता है?

जीवन में सकारात्मक होना बहुत जरूरी है। यदि आप जीवन में आने वाले हर चीजों को सकारात्मक तरीके से लेंगे। तो आप मुश्किल और कठिन परिस्थितियों में भी अपने आप को सही तरीके से रख पाएंगे।


तब आप उन परिस्थितियों में टूटकर हिम्मत नहीं हारेंगे बल्कि उन परिस्थितियों का सामना करने की हिम्मत आप में रहेगी।


क्योंकि जो हमारी सकारात्मक सोच है। वह हमारे लिए एक जीवन अमृत धारा का काम करती है। जब हम परिस्थितियों से परेशान हो जाते हैं। तो यही हमारी सकारात्मक सोच हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। और जीवन में आगे लेकर जाती है।


तो कठिन परिस्थितियों में आपकी सकारात्मक सोच हमेशा आपका भला करेगी। हमेशा आपको नए कदम उठाने के लिए बढ़ावा देगी। हमेशा आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।


 क्या सही वक्त में नए रास्ते ना तलाशना भी परेशानियों में हिम्मत हारने का कारण है?


जब हमारा सही वक्त चलता है। तब हम नए रास्तों पर काम नहीं करते, नए तरीकों को नहीं खोजते।  इसीलिए जब हमारे जीवन में परेशानियां कठिनाइयां आती है। तो हमें कुछ समझ में नहीं आता।


उस समय तुरंत हमें कोई अच्छा और नया रास्ता नहीं मिलता। और उस समय उस परिस्थितियों में हम हौसला छोड़ देते हैं। उस पर परिस्थिति मैं हमारी हिम्मत टूट जाती है।


जब आपका समय अच्छा चल रहा है। तभी आपको नए रास्ते तलाश करने चाहिए, नए तरीकों को सीखना चाहिए ।


ताकि कभी आपका अगर वक्त खराब चले तो जो आपके द्वारा नए तरीके सीखे गए हैं उस पर चल कर आप अपना जीवन सुचारु रुप से चला सके। अपने परिवार को सही दिशा में ले जा सके। अपने जीवन को सही दिशा में ले जा सके।


दोस्तों नए रास्ते आपके लिए जीवन में अमृत का काम करते हैं। क्योंकि जब कोई आदमी रेगिस्तान में फंस जाता है। तो उसे पानी की बूंद की कीमत मालूम पड़ती है।उसी तरह जब हम कठिन परिस्थितियों में घिर जाते हैं। तब हमें नए रास्तों,नए तरीकों की कीमत मालूम पड़ती है। 


इसका आपका  वक्त अच्छा हो तो तभी अपने लिए नए रास्ते तलाशते रहिए। रेगिस्तान में  फसने का इंतजार मत कीजिए। पहले ही अपनी जरूरतों के हिसाब से नए रास्ते तलाशते रहिए।


क्या जीवन सभी को कठिन परिस्थितियों से उभरने का मौका देता है

जीवन सभी को एक न एक बार कठिन परिस्थितियों से उभरने का मौका देता है। तो हमेशा थक हार कर परिस्थितियों से टूटकर ना बैठे। बल्कि सही वक्त पर सही मौके का इंतजार करते रहे।

जैसे ही सही वक्त पर सही मौका मिले। उसको पहचान कर उस पर काम करना शुरू करें। ताकि आप कठिन परिस्थितियों से लड़ कर फिर आगे बढ़ सके।


मुश्किलों का सामना कैसे करें, 

देखिए मौका सबको मिलता है। जीवन मैं इंसान को दोबारा उबरने का मौका कुदरत जरूर देती है। परंतु तकलीफ के समय में इंसान उस मौके को पहचान नहीं पाता। वह यही सोचता है कि यह नहीं हो पाएगा।

किसी भी परिस्थितियों में आपको मौकों को पहचानने की कला होनी ही चाहिए। तभी आप परिस्थितियों से लड़कर उठ पाएंगे, जीवन में आगे बढ़ पाएंगे।


वरना यदि आपके अंदर मौकों को पहचानने का हुनर नहीं है। तो आप परिस्थितियों से टूट कर बिखर जाएंगे। आपका हौसला, आपकी हिम्मत, आपका मनोबल सब कुछ खत्म हो जाएगा।


 जीवन की समस्याओं का सामना कैसे करें

देखिए सुख और दुख जीवन के एक ही सिक्के के दो पहलू है।यदि आपके जीवन में सुख आया है। दुख भी आएगा और यदि आपके जीवन में बहुत ज्यादा दुख चल रहा है। तो आप भरोसा रखिए कि सुख भी आएगा। 


यदि आप दुखो में टूट जाएंगे हौसला छोड़ देंगे। तो आप जीवन की चुनौतियों का सामना नहीं कर पाएंगे। 


क्योंकि यदि आप चुनौतियों से भागेंगे तो वह आपके लिए समस्याएं बन जाएगी। और यदि आप चुनौतियों के पीछे भागेंगे तो वह आपके लिए एक अवसर बन जाएंगी। 


 इसलिए हमेशा जीवन की समस्याओं का सामना सही तरीके से कीजिए। 

क्या नाकामयाबी और बुरी पस्थितियों भी कुछ अच्छा सीखा जा सकता है

जीवन की नाकामी अभी और बुरी परिस्थितियां भी आपको एक बहुत बड़ी शिक्षा और सीख देकर जाती है। बशर्ते आपको उसको समझने और सीखने की हिम्मत होनी चाहिए।


हर बुरा वक्त आपको एक बेहतरीन अनुभव देकर जाता है। और अनुभवों से सीख कर यदि आप कोशिश करे कि ऐसा वक्त दोबारा आपके जिंदगी में ना आए। तो यह आपके लिए बहुत बड़ी सीख का काम करेगा।


परंतु यदि आपने बुरे वक्त से कुछ ना सीख कर अपने जीवन में फिर से दोबारा उसी तरह की परिस्थितियों को लाया। तो इसका मतलब आपने पुराने अपने अनुभव से कुछ भी नहीं सीखा।


क्या मुसीबत, चुनौतियां, कठिनाइयां, आपकी अपने आप से पहचान कराती है, 

नाकामयाबी जीवन में बहुत सारी चीजें सिखाती है। नाकामयाबी जीवन में अच्छे बुरे की पहचान कराती है, सही लोगों की पहचान कराती है, समाज की पहचान कराती है, और सबसे बड़ी आपकी खुद की खुद से पहचान कराती है  कि आप क्या हैं।


क्योंकि जब तक हम परेशानी और परिस्थितियों में नहीं होते। तब तक हमें यह मालूम नहीं होता कि हमारी वैल्यू क्या है, हमारा मूल्य क्या है, जब हम  तभी हमें हमारी ताकत और हमारा मूल्य मालूम पड़ता है। तभी पता चलता है कि लोग हमारे साथ है या नहीं है।



Read more

क्या आप जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं तो आपको खुद पर भरोसा करना पड़ेगा

आज इंसान अकेला क्यों है

इंसान को जीवन के हौसले जोश और गुस्से में क्यों नहीं करनी चाहिए

जीवन में स्वार्थी लोगों से हमेशा दूर रहे



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ