भारत में बेरोजगारी और गरीबी के सबसे बड़े कारण कौन-कौन से है
आज किसी भी देश की तरक्की में वहां के लोगों का बहुत योगदान होता है। जब किसी देश के लोग वहां के निवासी तरक्की करते हैं। तो वह देश अपने आप तरक्की करने लगता है। और जिस देश में लोग तरक्की नहीं करते, उनके पास कोई काम धंधा नहीं होता, बेरोजगार रह जाते हैं। तो वह देश कभी भी तरक्की नहीं कर पाता।
यदि किसी देश को तरक्की करनी है। तो उसके लोगों के पास रोजगार होना चाहिए, काम होना चाहिए, तभी कोई देश तरक्की कर पाता है।
भारत में बढ़ती गरीबी और बेरोजगारी के कारण,
चलिए आज हम आपको बताते हैं। कि भारत जैसे इतने बड़े देश में बेरोजगारी और गरीबी के मुख्य कारण कौन कौन से हैं, वह कौन से ऐसे कारण हैं जिसके चलते देश की आधी से ज्यादा आबादी गरीबी और बेरोजगारी में रहने के लिए मजबूर है। और परेशानियों से जूझ रही है और बहुत तकलीफ में है।
युवाओं में कौशल( skill) की कमी, बेरोजगारी बढ़ने का मुख्य कारण,
भारत में बेरोजगारी और गरीबी का सबसे बड़ा कारण यह है। कि यहां के युवाओं में skill की कमी है। यहां के अधिकांश युवा सिर्फ नौकरी करना चाहते हैं। और अपनी जिंदगी सुकून से जीना चाहते हैं। वैसा कोई skill नहीं सीखना चाहते, जिससे वह एक बिजनेस कर सके, जिससे वह बड़ा काम कर सके।
भारत के अधिकांश युवा कभी भी skill के पीछे नहीं भागते वह 8000 से 10000 की नौकरी तो कर लेते हैं। परंतु किसी skill को सीख कर लाखों रुपए कमाने के बारे में नहीं सोचते।
वह कभी नहीं सोचते कि वह भी किसी को काम दे सकते हैं। बस सिर्फ यही सोचते हैं। कि वह सिर्फ नौकरी करने के लिए बने हैं। और जीवन भर को सिर्फ नौकरी ही करते रह जाते हैं। पर अपनी जिंदगी में बदलाव नहीं ला पाते।
डिग्री (degree) के पीछे भागना, शिक्षित बेरोजगारी,
आज का युवा सिर्फ पढ़ाई करके कॉलेज की डिग्री लेने के ही चक्कर में यहां-वहां भाग रहे हैं। उनको यह लगता है। कि डिग्री मिल जाने से उनकी बेरोजगारी की समस्या दूर हो जाएगी। और वह एक अच्छी नौकरी पाकर सुकून और शांति की जिंदगी जिएंगे।
परंतु ऐसा होता नहीं है। उनका यह सपना सपना ही रह जाता है। क्योंकि बस सिर्फ डिग्री के भरोसे रह जाते हैं। और याद रखिए सिर्फ डिग्री ही आपको नौकरी नहीं दिलाएगी। सिर्फ डिग्री आपको को काम नहीं दिलाएगी। आपको उसके लिए कुछ सीखना भी पड़ेगा। बहुत सारी चीजों को जाना पड़ेगा।
जिस क्षेत्र में आप करन काम करना चाहते हैं। उस क्षेत्र के बारे में जानना पड़ेगा, सीखना पड़ेगा, समझना पड़ेगा, सिर्फ डिग्री भर लेने से ही आप कामयाब नहीं हो सकते। आपको उसके साथ बहुत सारी चीजों को सीखना पड़ेगा, बहुत सारी चीजों को समझना पड़ेगा, तभी आप किसी फील्ड में सफल हो पाएंगे।
क्योंकि किसी भी क्षेत्र में सफल होने के लिए सिर्फ किताबी ज्ञान जरूरी नहीं होता उसके साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान भी सीखना पड़ता है। तभी इंसान किसी क्षेत्र में सफल हो पाता है।
कमजोर एजुकेशन सिस्टम होना
आज हमारे देश की विडंबना यह है। कि आज भी देश के अधिकांश शहरों में बहुत ही खराब एजुकेशन सिस्टम है। यदि हम सिर्फ दो चार बड़े शहरों को छोड़ दें, तो बाकी सभी शहरों में एजुकेशन सिस्टम की हालत पतली ही है। और जब तक किसी देश का एजुकेशन सिस्टम सही नहीं होता तब तक उस देश के लोग तरक्की नहीं कर पाते। तब तक इस देश में से बेरोजगारी और गरीबी खत्म नहीं हो सकती।
एक सही एजुकेशन सिस्टम ही किसी देश की तरक्की में सहायक होता है। यदि बच्चों को, युवाओं को सही एजुकेशन मिल रहा है। उन्हें सही चीजें सिखाई जा रही है। तो वह जिंदगी में आगे बढ़ते हैं, उनका देश तरक्की करता है,
उदाहरण के लिए अब आप जापान को ही देखिए। वहां का एजुकेशन सिस्टम इतना बेहतरीन है। कि बच्चे पढ़ते पढ़ते ही अपने भविष्य के बारे में सोचने लगते हैं। और कुछ ना कुछ नया काम करने की कोशिश करते रहते हैं। जिससे उनका भविष्य अच्छा होता है। यह आप मान लीजिए कि किसी भी देश की तरक्की में उसके एजुकेशन सिस्टम का बहुत बड़ा योगदान होता है।
सरकारी नौकरी के पीछे भागना
भारत में आज हर युवा सरकारी नौकरी के पीछे भागता है। बस सिर्फ और सिर्फ सरकारी नौकरी ही करना चाहता है। उसके लिए वह हमेशा और दिन-रात तैयारी करता है। उन्हें लगता है कि प्राइवेट क्षेत्र में उनका कोई भी भविष्य नहीं है। वह निजी क्षेत्र में नौकरी नहीं कर पाएंगे। परंतु सभी युवाओं को सरकारी नौकरी नहीं मिल पाती।
परंतु सरकारी नौकरी के पीछे भागने वाले युवाओं की मानसिकता क्या है क्या वह जी जान लगाकर काम करना चाहते हैं। नहीं वह सिर्फ यही चाहते हैं कि उनके सरकारी नौकरी लग जाए। तभी उनका पूरा जीवन आराम से कटेगा, ना किसी काम का बोझ होगा, ना बॉस के टेंशन होगी, अपनी मर्जी से काम करेंगे, अपनी मर्जी से घर जाएंगे, और सरकार से एक बेहतरीन सैलरी लेंगे।
ऐसे लोग ही देश की तरक्की में बहुत बड़ी रुकावट होते हैं। ऐसे ही सोच के लोगों के कारण भारत तरक्की नहीं कर पा रहा है। क्योंकि यह लोग दीमक की तरह अपने ही देश को खोखला कर रहे हैं।
यह लोग कभी भी नहीं चाहते कि उन्हें काम करना पड़े चाहे, सरकार इन्हें पूरी सैलरी दे रही है फिर भी सही तरीके से अपना काम नहीं करते, सिर्फ और सिर्फ आराम ढूंढते हैं। आज आपने हर सरकारी दफ्तरों का हाल देखा ही होगा। तो क्या आपको नहीं लगता कि यह लोग हमारे देश की तरक्की में बहुत बड़ी रुकावट है। हमारे देश में बेरोजगारी और गरीबी फैलाने में बहुत बड़े कारण है।
लगभग हर क्षेत्र में गंभीर भ्रष्टाचार
आज हमारे देश की जो बेरोजगारी और गरीबी की जो तस्वीर है। वह भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों की वजह से ही है। क्योंकि जो लोग अपने थोड़े से फायदे के लिए देश का बहुत बड़ा नुकसान करने से नहीं चूकते। यह लोग सिर्फ और सिर्फ अपना ही फायदा देखते हैं। और अपने फायदे के लिए किसी का भी नुकसान कर सकते हैं। चाहे वह उनका अपना देश ही क्यों ना हो।
आज किसी भी सरकारी दफ्तर में बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता। हर क्षेत्र में बहुत ही गंभीर भ्रष्टाचार फैला हुआ है। जो भारत को कभी भी आत्मनिर्भर नहीं बनने देगा, कभी तरक्की नहीं करने देगा, इसीलिए लोग गरीबी की रेखा से नीचे जी रहे हैं। और चारों तरफ बेरोजगारी भ्रष्टाचार भुखमरी का बोलबाला है।
करियर गाइडेंस की कमी
आज भारत का युवा अपने कैरियर को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। उसे अपने कैरियर से संबंधित कोई गाइडेंस भी नहीं मिलती। जिसकी वजह से वह मनचाहा काम नहीं कर पाते। और दूसरे किसी काम को करके उनकी वह इच्छाएं और तकलीफ कम नहीं हो पाती।
लोगों की खराब मानसिकता
किसी भी देश के लोगों की मानसिकता उस देश की तरक्की या या खुशहाली तय करती है। जहां लोगों की देश के प्रति मानसिकता अच्छी है। वह देश हमेशा तरक्की करेगा। और जहां लोगों की मानसिकता खराब है की सरकार ने मेरे लिए क्या किया, सरकार हमारे लिए कुछ नहीं कर रही है, हमें सरकार नौकरी नहीं दे रही है, सरकार हमें कोई काम नहीं दे रही है।
जब तक लोगों में यह मानसिकता होगी। तब तक वह देश तरक्की नहीं कर पाएगा। आपको नौकरी मांगना नहीं है। बल्कि खुद से नौकरी के अवसर पैदा करने होते, ताकि भी आप भी काम कर सके और लोगों को काम दे सके। आप को खराब मानसिकता से बाहर निकल कर अपनी और अपने देश की तरक्की के बारे में सोचना है। तभी देश से गरीबी भुखमरी और बेरोजगारी दूर हो पाएगी।
नए स्टार्टअप की कमी
किसी भी देश की तरक्की इस बात पर निर्भर करती है। कि वहां के युवाओं को अपना हुनर दिखाने के मौके मिलते हैं या नहीं, जब युवाओं को अपने हुनर को दिखाने का मौका नहीं मिलता, उन्हें कहीं से भी ऐसा प्रोत्साहन नहीं मिलता, जिससे वह अपनी काबिलियत को साबित कर सके और अपने सपनों को पूरा कर सके।
आज बहुत सारे युवा अपने मन में एक कामयाब बिजनेसमैन,या कामयाब व्यक्ति बनने का सपना पाले रहते हैं। परंतु उनके सपनों को सही उड़ान नहीं मिल पाती। उनको सही तरीके से शुरुआत नहीं बाद मिल पाती। जिसकी वजह से वह काबिलियत होते हुए भी जीवन में आगे नहीं बढ़ पाते।
नया बिजनेस और नए स्टार्टअप करने वालों को सरकार की तरफ से भी सही समय पर सहायता नहीं मिलती जिसकी वजह से वह आगे नहीं बढ़ पाते, जीवन में कुछ बड़ा नहीं कर पाते, जिसकी वजह से भी देश में बेरोजगारी बढ़ती है।
कामयाब लोगों को फॉलो ना करना
आज इस देश में लोग कामयाब लोगों की जीवनी तो पढ़ते हैं। उनकी कहानी पढ़कर खुश तो होते हैं। परंतु उनको फॉलो नहीं करते। उनकी तरह संघर्ष और मेहनत करना नहीं चाहते, जीवन में आगे बढ़ना नहीं चाहते।
वह कामयाब लोगों के संघर्ष की कहानी पढ़कर तो खुश होते हैं। उनके तकलीफ के समय को पढ़कर तो खुश होते हैं। परंतु उनके जैसी तकलीफ झेलना नहीं जाते।उनके जैसा संघर्ष करना नहीं चाहते। इसलिए जीवन में आगे नहीं बढ़ पाते।
एक कामयाब आदमी हमेशा अपने जीवन के संघर्ष और और कामयाबी के रास्ते में आने वाली अपनी हर तकलीफो और मुसीबतों को बताता है। परंतु उसे सुनने वाले लोग उसको सुनकर खुश तो होते हैं। परंतु उस तरीके की मेहनत करके आगे नहीं बढ़ना चाहते। उन लोगों को फॉलो नहीं करते यह भी इस देश में बेरोजगारी और देश की तरक्की ना होने का भी कारण है।
सरकारी योजनाओं की जानकारी ना होना
आज का युवा यह जानना ही नहीं चाहता। कि सरकार उनके लिए कौन-कौन सी योजनाएं चला रही है। उनको बड़ा बिजनेस या बड़ा काम करने के लिए किस तरीके का प्रोत्साहन दे रही है। किस किस क्षेत्र में उनको सब्सिडी दे रही है।
वह बस सिर्फ अपना समय सोशल मीडिया पर फालतू व्यतीत करता रहता है। परंतु उसी सोशल मीडिया से व सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी बिल्कुल भी नहीं लेता।
आज भारत सरकार बहुत सारे ऐसे अच्छे प्रोग्राम चला रही है। जिससे युवाओं को नया कार्य करने में, नया कार्य सीखने में बहुत मदद मिलती है।और वह उस नए कार्य को सीख कर अपना खुद का कोई भी व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। परंतु वह सरकार की योजनाओं का ध्यान नहीं देते बल्कि सहारा समय अपना फालतू व्यतीत करते हैं। और बाद में सरकार को कोसते हैं। यह भी एक बेरोजगारी और गरीबी का मुख्य कारण है।
भारत में गरीबी और बेरोजगारी की समस्या कैसे दूर होगी,
भारत में बेरोजगारी और गरीबी की समस्या दूर करने के लिए करने के लिए भारत के युवाओं और भारत के सरकार को इतना सोचना पड़ेगा। युवाओं को अपने ऊपर ध्यान देना होगा। नई चीजों को सीखना पड़ेगा, नए skill के ऊपर काम करना पड़ेगा, अपने अंदर एक उद्यमी की सोच को विकसित करना पड़ेगा, और एक बिजनेस करने का जोखिम उठाना पड़ेगा।
सरकार को ऐसे युवाओं की मदद के लिए आगे आना पड़ेगा। जो जीवन में कुछ करना चाहते हैं, और बड़ा करना चाहते हैं, सरकार को प्रोत्साहन देना होगा। कि हर संभव मदद करनी होगी ताकि वह अपनी प्रतिभा से जीवन में आगे बढ़ सके। ताकि वह खुद रोजगार पा सके और दूसरों को भी रोजगार के अवसर दे सकें।
तो यह थी गरीबी और बेरोजगारी के ऊपर कुछ बातें। यदि इन सब बातों को समझा जाए। और सही तरीके से अमल किया जाए। तो यह समस्या बहुत हद तक दूर हो सकती है।
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