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क्या ओमिक्रोन (सार्स-सीओवी-2) भारत में खतरनाक होने वाला है, (Is Omicron (SARS-CoV-2) dangerous in India)

इस आर्टिकल में हमने ओमिक्रोन क्या है, भारत में ओमिक्रोन कैसे फैला, भारत में ओमिक्रोन कितना खतरनाक और घातक है, पूरी दुनिया में यह वायरस का क्या असर हो रहा है, और इससे बचाव के लिए हमें क्या क्या उपाय करने चाहिए, इन सब बातों के बारे में बताया गया है।


क्या ओमिक्रोन (सार्स-सीओवी-2) भारत में खतरनाक होने वाला है
Omicron in India 


क्या ओमिक्रोन (सार्स-सीओवी-2) भारत में खतरनाक होने वाला है

जब करोना की शुरुआत हुई और यह जब भारत में आया उसके बाद से ही यह लगातार 2 सालों से भारत में बहुत तबाही मचा रहा है। भारत की बहुत सारे जनसंख्या को प्रभावित कर रहा है। बहुत सारे लोगों ने इस महामारी में अपना जीवन खो दिया है। और बहुत सारे लोग इस महामारी से प्रभावित हुए हैं। जिसमे लोगों को शारीरिक, मानसिक, और पैसे की बहुत सारी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।

भारत सरकार ने इस महामारी से लड़ने के लिए बहुत ही बेहतरीन पर बहुत ही बड़े पैमाने पर टीकाकरण ( vaccination) अभियान चलाया। और जिसमें सरकार को बहुत हद तक सफलता भी मिली। जिसकी वजह से लोगों का जीवन फिर से धीरे-धीरे सामान्य होने लगा। और जीवन पटरी पर आने लगा। तथा लोग रोजमर्रा की तरह अपने काम धंधे पर फिर से जाने लगे।

परंतु अब दोबारा फिर एक नए  के वेरिएंट ओमिक्रोन (सार्स-सीओवी-2) ने फिर से भारत में दस्तक दी है। बहुत सारे लोगों को लगता है कि ओमिक्रोन (सार्स-सीओवी-2) वेरिएंट भी भारत में बहुत अधिक खतरनाक होने वाला है।

परंतु सरकार ने जो कोरोना महामारी को लेकर जो टीकाकरण का बहुत बड़ा जो अभियान चलाया उसकी वजह से उम्मीद क्रोम अभी तक हमारे देश में कम खतरनाक है और यह लोगों कम प्रभावित कर रहा है


क्या है ओमिक्रोन वेरिएंट वायरस

ओमिक्रोन (सार्स-सीओवी-2) कोविड-19 या कोरोना वायरस का एक नया रूप वैरिएंट है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को इसकी प्रथम बार जानकारी  नवंबर 2021 को दक्षिण अफ्रीका से प्राप्त हुई थी।  नवंबर मे ही  2021 WHO ने इसे चिंता के रूप में नामित किया।


कितना खतरनाक संक्रामक और घातक है कोरोना वायरस ओमिक्रोन वैरिएंट

कोरोना के नए वायरस ओमिक्रोन वेरिएंट ने एक बार फिर से पूरी दुनिया की तकलीफ और चिंताएं बहुत ज्यादा बढ़ा दी है। डेल्टा के बाद कोरोना का यह नया वेरिएंट सबसे ज्यादा संक्रामक और घातक है। अमेरिका, ब्रिटेन, नीदरलैंड, इजरायल, डेनमार्क और ऑस्ट्रेलिया में इस के मामलों में बहुत तेजी से बढ़ोतरी हुई है, डब्ल्यूएचओ (WHO) ने इसे वैरीअंट आफ कंसर्न की कैटगरी में डाल रखा है। कोरोना वायरस के सामने आते ही भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है।

कितनी तेजी से फैलता है ओमिक्रोन वेरिएंट

दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो पहला के अनुसार दक्षिण अफ्रीका में पिछले कुछ दिनों में ओमिक्रोन वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़े हैं। मामलों में अचानक हुई वृद्धि को समझने के लिए वैज्ञानिकों ने वायरस के ऊपर रिसर्च और स्टडी की, वैज्ञानिकों के अनुसार 90% नए मामले ओमिक्रोन वेरिएंट से संबंधित है।

नए ओमिक्रोन वेरिएंट पर क्यों इतने चिंतित हैं दुनिया के विज्ञानिक

पूरी दुनिया से मिलने वाले डेटा का आकलन करने के बाद डब्ल्यूएचओ (WHO)  की तरफ से यह बात कही गई है। कि शुरुआती साक्ष्यों से पता चला है। कि अन्य वेरिएंट की तुलना में इस वेरिएंट में इंफेक्शन का खतरा बहुत ज्यादा है। इसका मतलब यह है कि जो लोग कोविड-19 से संक्रमित होगा ठीक हो चुके हैं। वह लोग भी आसानी से फिर इसकी चपेट में आ सकते हैं। इस वायरस के स्पाइक प्रोटीन में लगभग 30 म्यूटेशन है। इसलिए लोगों में इसके आसानी से फैलने की संभावना है।

कैंब्रिज विश्वविद्यालय ने कोविड-19 के ऊपर जो रिसर्च की है। उस रिसर्च का नेतृत्व करने वाले डॉ सेल पीकॉक ने बताया कि अभी तक के जो आंकड़ों से हमें पता चला है कि नया वेरिएंट बहुत तेजी से फैल रहा है।

हालांकि इसके म्यूटेशन के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। परंतु फिर भी ओमिक्रोन में वायरस का अब तक का सबसे ज्यादा म्यूटेशन सबसे ज्यादा बदलाव देखा गया है। इतने सारे म्यूटेशन और बदलाव इससे पहले कभी एक वायरस में नहीं पाए गए। यही वजह है कि नए वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिक बहुत ज्यादा चिंतित हैं।

ओमिक्रोन वेरिएंट संक्रामक तो बहुत है पर क्या यह बहुत ज्यादा खतरनाक भी है,

इसके बारे में वैज्ञानिकों का कहना है। कि ओमिक्रोन पिछले बीटा और डेल्टा वेरिएंट से अनुवांशिक रूप से बहुत ही अलग है। लेकिन इसके बारे में अभी कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। कि इसके  जेनेटिक बदलाव इसे ज्यादा खतरनाक बनाते हैं या नहीं। 

इसके बारे में अभी स्पष्ट कुछ भी नहीं कहा जा सकता कि यह नया वेरिएंट बीमारी को बहुत ज्यादा गंभीर बना सकता है या नहीं।  इसका पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों का भी थोड़ा और समय लगेगा। पर यह भी पता लगाने में समय लगेगा। कि करोना के इस नए वेरिएंट पर वर्तमान में वैक्सीन कितनी प्रभावी है।

ओमिक्रोन में कुछ अनुवांशिक बदलाव चिंता बढ़ाते हैं। लेकिन फिर भी लोगों की सेहत पर यह कितना खतरनाक है इस बात की कोई स्पष्ट जानकारी अभी नहीं है। इससे पहले कुछ वैरीअंट जैसे बीटा वैरीअंट को लेकर भी वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी किए थे। लेकिन यह ज्यादा फैल नहीं पाए।

 प्रोफ़ेसर पीकॉक का कहना यह है  कि हम यह नहीं जानते कि नया वेरिएंट डेल्टा से कितना खतरनाक है और घातक है।  क्योंकि अब तक डेल्टा को ही कोविड-19 का सबसे ज्यादा संक्रमण और खतरनाक घातक वेरिएंट माना गया है।

क्या ओमिक्रोन वायरस भारत के लिए घातक और खतरनाक है।

ओमिक्रोन कोरोना वायरस का एक  और Update Version है। इस वायरस की पहचान सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने की थी। सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने इस वायरस के बारे में पता लगाया था।

 दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी टेस्टिंग लैब के हेड डॉ रकील वियाना ने 19 नवंबर 2021 में सबसे पहले इस ओमिक्रोन वेरिएंट को देखा था। बढ़ते करोना के साथ भारत में भी तीसरी लहर का का बहुत अधिक खतरा बताया जा रहा है। बहुत अधिक चिंता जताई जा रही है।

 यह कहा जा रहा है कि यह बहुत तेजी से फैल लेगा (WHO)  यानी वर्ल्ड वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी इस नए वेरिएंट को हाई रिस्क वाला और बहुत ही तेजी से फैलने वाला बताया है।  स्वास्थ्य विभाग के अनुसार ओमिक्रोन वेरिएंट कोरोना के अन्य version  डेल्टा  की तुलना में 5 गुना से अधिक तेजी से फैलता है, लोगों को प्रभावित करता है।

यह करोना का एक Update Version है। सबसे पहले कोविड-19 आया, उसके बाद उसका अपग्रेड वर्जन डेल्टा आया, अब डेल्टा का जो अपडेट Version है वह ओमिक्रोन है। और इसकी खासियत यह है कि यह बिना कोई लक्षण दिखाएं बहुत तेजी से फैलता है। लोगों को यह मालूम ही नहीं पड़ता कि वह इस वायरस के शिकार हो गए हैं।  यह वायरस चुपचाप तरीके से लोगों में बहुत दुगनी तेजी से फैल रहा है।

 अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस आदि देशों में तो यह एक खतरनाक रूप ले चुका है।  ओमिक्रोन से वर्तमान में अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। परंतु वहां से एक सुकून की खबर आई है। कि जिन अमेरिका वासियों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगा रखी है। उनमें मामूली लक्ष्य हीं सामने आ रहे हैं। जल्दी ठीक हो जा रहे हैं।

  यह अभी भारत में यह उतना खतरनाक रूप नहीं ले पाया।  इसका कारण यह है कि भारत के लोगों का इम्यून सिस्टम बहुत मजबूत है। यहां के लोग अंदर से आंतरिक रुप से बहुत मजबूत अस्वस्थ है। जिसकी वजह से ही यह इतना असर नहीं दिखा पा रहा है। और इतना घातक नहीं हो पा रहा है। 

 और सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि लोगों को वैक्सीन लगने की वजह से भी यह लोगों की जान के लिए खतरनाक नहीं बन पा रहा है। और इसमें किसी की भी जान नहीं जा रही है, ना ही किसी का ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है,  लोगों को सामान्य तकलीफ हो रही है। जो जल्दी से जल्दी अपने आप ठीक हो  रही है। और उनको इस से छुटकारा भी मिल जा रहा है।

भारत में ओमिक्रोन वेरिएंट वायरस कब फैला

भारत में नवंबर 2021 के महीने से ही ओमिक्रोन की शुरुआत हुई,  तब से लेकर अब तक सरकार के भरपूर प्रयास के बावजूद भी यह फैलता ही जा रहा है। 

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ओमिक्रोन का सबसे पहला मरीज भारत में केरल में मिला उस समय इस खतरनाक वायरस से 2 लोग प्रभावित हुए थे। मगर आज जनवरी 2020 में   दिल्ली, मुंबई, में और केरल में सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हो रहे हैं। इन शहरों की स्थिति एकदम खराब हो चुकी है। और यहां सरकार एक बार फिर से लॉकडाउन लगाने की बात कर रही है। और ओमिक्रोन से भयभीत होकर भारत में जो विदेशी नागरिक भी रह रहे थे, वह भी अपने देश जाने की कोशिश कर रहे हैं।

क्या भारत, (इंडिया) में ओमिक्रोन की तीसरी लहर आ चुकी है।

हम अभी यह तो नहीं कह सकते कि भारत में ओमिक्रोन की तीसरी लहर चुकी है। परंतु जिस तरह से रोज-रोजओमिक्रोन वेरिएंट के केस भारत में बढ़ रहे हैं। और लोगों ने इसको गंभीरता से नहीं लिया तो भारत में ओमिक्रोन की तीसरी लहर आ सकती है। 

सरकार पूरी मुस्तैदी के साथ लोगों को यह समझाने में लगी है। कि आप अपना ख्याल रखें, और कोविड-19 के नियमों  का पालन करें। परंतु यदि आम जनता इन सब बातों को ना मानकर अपनी मर्जी से चलती रहेगी। तो भारत में और ओमिक्रोन की तीसरी लहर आ सकती है। जो बहुत ज्यादा खतरनाक हो सकती है।

क्या ओमिक्रोन को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है

जी हां ओमिक्रोन को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। अभी भारत में इसकी शुरुआत हो रही है। और यदि अभी से हम सभी नियमों का पालन करेंगे। तो ओमिक्रोन से बचाव हो सकता है। नहीं तो आज ओमिक्रोन ने जो अमेरिका ब्रिटेन आदि देशों में जो तबाही मचाई है। वैसी तबाही भारत में हो सकती है। यदि हमने ओमिक्रोन को गंभीरता से नहीं लिया, और नियमों का पालन नहीं किया, तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है।


क्या ओमिक्रोन बच्चों के लिए भी खतरनाक है,

देशभर में कोरोना के मामले बढ़ने से लोगों के बीच में एक बार फिर से डर का माहौल बना है। लेकिन सबसे ज्यादा डर उन माता-पिता के मन में है जिनके बच्चे अभी वैक्सीन की डोर नहीं ले पा रहे हैं। दिन-ब-दिन बढ़ते कोरोना से माता-पिता के मन में एक अलग डर फैल गया है कि क्या यह ओमिक्रोन उनके बच्चों के लिए भी खतरनाक है।

 लेकिन डॉक्टरों के अनुसार हालांकि बच्चों सहित करोना के रोगी की संख्या अचानक से बढ़ रही है। लेकिन अभी उनमें केवल हल्के लक्षण ही दिख रहे हैं। यह लक्षण बड़े और बच्चों दोनों में दिख रहे हैं। इनमें से अधिकांश हल्के लक्षण है। इसलिए अभी घबराने की बात नहीं है।

 एक्सपर्ट के अनुसार बच्चों में बुखार, खांसी गले में खराश, और गले में दर्द जैसे लक्षण सबसे ज्यादा दिख रहे हैं। ऐसे में बच्चों के संक्रमण विकसित होने का खतरा बहुत तेजी से बना हुआ है।

 अभी तक वे असंक्रमित है। और सभी एक्सपर्ट का यही कहना है कि कोविड-19 के मामलों में बच्चों पर डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों में हो  लक्षण मुख्य रूप से ऊपरी सांस के रास्ते में संक्रमण है, जैसे बुखार, नाक बहना, गले में दर्द, शरीर में दर्द, खासी इत्यादि।

बच्चों को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा तरीका यही है। कि कोविड-19 के नियमों का पालन करना चाहिए। बड़ों की जिम्मेदारी बनती है कि वह मास्क पहने और पूरी कोशिश करें। ताकि वह कोरोनावायरस घर में ना लाएं।

 जहां तक बच्चों की सुरक्षा का सवाल है। मास्क पहनना ही एकमात्र उपाय है। जिससे हम उन्हें किसी प्रकार के संक्रमित होने से बचा सकते हैं। इसलिए हर आयु वर्ग के बच्चों और वयस्कों को कोरोना के उचित नियम का पालन करना चाहिए, उनको मास्क पहनना चाहिए, और अच्छे से हाथ धोना चाहिए, ताकि वह स्वस्थ रह सकें।

क्या ओमिक्रोन वायरस से बचा जा सकता है,

यह सवाल हर इंसान के मन में आता है, कि क्या हो ओमिक्रोन से बचाव हो सकता है। तो मैं यह कहूंगा हां आप ओमिक्रोन से अपने आप को बचाव कर सकते हैं।

 लेकिन उसके लिए आपको कुछ नियमों को मानना पड़ेगा। नियमों का पालन करना पड़ेगा। जैसे आपको लगातार मास्क लगा रहा होगा, लोगों से 2 गज की दूरी बनानी होगी, और आपको जल्दी से जल्दी अपने दोनों वैक्सीन की डोज लेनी पड़ेगी, 

क्योंकि यदि आपने दोनों डोज ले रखी है। तब यह ओमिक्रोन वेरिएंट आपके ऊपर बहुत कम असर डालेगा  जिससे आप को अगर इंफेक्शन हो भी गया तो आप हॉस्पिटल में एडमिट होने की नौबत नहीं आएगी और आप अपने घर पर ही दवाइयां और परहेज करके ठीक हो सकेंगे।

 उपरोक्त बातें स्पष्ट करती है। कि एक बार फिर से पूरे संसार पर करोना का खतरा मंडरा रहा है। इसलिए लोगों को संभल कर अपने आप को सुरक्षित रखना पड़ेगा। कोविड-19 प्रोटोकॉल  का पूरी तरह से पालन कीजिए। मास्क लगाइए, समय-समय पर हाथ धोते रहिए, सामाजिक दूरी बनाकर रखे। इससे हम इस बीमारी से लड़ सकेंगे, इस विपत्ति से लड़ सकेंगे, धैर्य रखिए तथा एक दूसरे की मदद करते रहिए।

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