क्या है जीवन में लक्ष्य का अर्थ
(kya hai jevan me lakshya ka arth)
नमस्कार दोस्तों👭👬👫
मैं मनोज कुमार एक बार फिर से हाजिर हूं । एक नए विषय के साथ दोस्तों आज का शीर्षक है जीवन में लक्ष्य का अर्थ। (jeevan me lakshy ka arth)
जीवन में लक्ष्य होना जरूरी है। ( jeevan me lakshya hona jaruri hai) आज हर इंसान तरक्की करना चाहता है। हर इंसान अपने सपनों को पूरा करना चाहता है। पर कैसे वह उसे नहीं मालूम है।आगे बढ़ना तो चाहता है। पर आगे बढ़ने का रास्ता वह उसे नहीं मालूम है।
उससे नहीं मालूम कि वह अपने काम की किस तरहके शुरुआत करें। जिससे उसे जीवन मे तरक्की मिल सके। वह जो सपने दिन रात देखता है। उस सपनो तक कैसे पहुंचे।
ऐसा क्या काम करें। जिससे जीवन में सफलता मिल सके। किस तरह से करें। ताकि उसे जीवन में सफलता मिल सके। यह सब बातें एक आम इंसान के समझ में नहीं आती
तो प्रश्न यह उठता है तो फिर इंसान तरक्की कैसे करें अपने सपनों को कैसे पाए। जीवन में आगे कैसे बढ़े यह सोचने का विषय है यही सोचने का विषय है
जीवन में लक्ष्य कैसा होना चाहिए (jeevan me lakshya kaisa hona chahiye)
लक्ष्य क्या है (lakshya kya hai ) हर इंसान के जीवन में चाहते हैं ना चाहते हुए भी एक लक्ष्य होता है। जिसे वह पूरा करने के लिए हर समय भागता रहता है।
जैसे कोई इंसान नौकरी करता है। तो सुबह उसका लक्ष्य सही समय पर अपनी कंपनी में पहुंचना होता है। वो सही समय पर कंपनी में पहुंचने के लिए सुबह उठने से लेकर कंपनी जाने तक तो छोटे छोटे लक्ष्य निर्धारित करता है। व उन छोटे-छोटे लक्ष्य को पाकर अपनी मंजिल तक बढ़ता रहता है। मतलब सही समय पर ऑफिस पहुंच जाता है।
सर बताइए उसके क्या उसके जीवन लक्ष्य नहीं होता है।उसके जीवन रोज का लक्ष्य होता है।
परंतु रोज के छोटे-छोटे लक्ष्य बनाने में वह अपने जीवन का कोई भी बड़ा लक्ष्य नहीं बना पाता। ना ही उस लक्ष्य के लिए भागता है। ना ही उस लक्ष्य को पाने की कोशिश करता है।
मैं यह कहता हूं। कि हर इंसान को अपने जीवन में छोटे-छोटे लक्ष्य को पाते हुए एक बड़ा लक्ष्य निर्धारित करके रखना चाहिए। जिसके बारे में हमें दिन रात सोचना चाहिए। और जिसको पाने के लिए हमेशा कोशिश करते रहना चाहिए।
लक्ष्य ऐसे होने चाहिए जो आपको सुबह जल्दी उठने पर मजबूर कर दे। जो हर समय आपके दिमाग में घूमता रहे। जब तक आप लक्ष्य को पाना ले तब तक वह आपको शांति से ना बैठने दे। और जब तक आप अपना मनचाहा मुकाम हासिल ना कर लो तब तक वह आपको चैन से बैठने ना दे
“दुनिया का कोई भी लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं होता ”इंसान अगर साहस कर ले। तो वह अपनी जिंदगी में बड़े से बड़े लक्ष्य को पा सकता है।
जीवन में लक्ष्य निर्धारित करना (jeevan me lakshya nirdhaarit karna)
जीवन में तरक्की कैसे पाए। इसके लिए सबसे पहले हमें अपने जीवन में लक्ष्यों का निर्धारित करना पड़ेगा। जीवन में (lakshya ka arth) लक्ष्य का अर्थ ढूंढना पड़ेगा।
हमें यह सोचना पड़ेगा। कि हमें अपने जीवन से क्या चाहिए। हमें कितनी तरक्की चाहिए। कितनी सफलता चाहिए। जब आप इन सब चीजों के बारे में सोचेंगे। तब आप इन सब चीजों को पाने के लिए अपना एक लक्ष्य निर्धारित करेंगे। अपना एक गोल सेट करेंगे।
इंसान के जीवन में गोल याद लक्ष्य का होना बहुत जरूरी है। यदि किसी इंसान के जीवन में कोई लक्ष्य है बोल नहीं है। तो उसके जीवन का कोई मतलब नहीं है।
यदि उसने अपने जीवन का कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है। तो मैं सोचता हूं उसका जीवन एक इंसान नहीं बल्कि एक जानवर के समान है। क्योंकि जानवरों के सामने भी उनके जीवन का कोई लक्ष्य नहीं होता। वह अपनी जिंदगी ऐसे ही जीते हैं। इस दुनिया से चले जाते हैं।
बिना लक्ष्य वाला इंसान भी एक जानवर के समान होता है। जो एक जानवरों की तरह अपनी जिंदगी जीता है। और अंत में यह दुनिया छोड़ कर चला जाता है।
इसलिए हमें एक जानवर की तरह जिंदगी नहीं जीनी है बल्कि जीवन में एक लक्ष्य बनाकर उस लक्ष्य को पाने के लिए दिन रात मेहनत करनी है। क्योंकि जब तक आपके जीवन में कोई बड़ा लक्ष्य नहीं होगा। तब तक आपको आपका जीवन जीने का मजा नहीं आएगा।
आपको अपने जीवन का सही मतलब नहीं पता चलेगा। जब आपके जीवन में एक बड़ा लक्ष्य होगा। जब आप उस लक्ष्य को पा लेंगे तो उसे पाने की जो खुशी होगी। वह आप किसी को बता नहीं पाएंगे सिर्फ महसूस कर पाएंगे। और वह एक बहुत ही सुखद अनुभूति होगी।
इसलिए इंसान के जीवन में लक्ष्य को होना जरूरी है और उसे अपने लक्ष्य का अर्थ का भी पता होना जरूरी है। उसे पता होना चाहिए कि उसने जो लक्ष्य निर्धारित किया है। उसका मतलब क्या है, उसे कैसे पाना है, उसके लिए क्या-क्या करना है।
जीवन में अपना लक्ष्य कैसे बनाएं,
सबसे पहले एक सकारात्मक सोच के साथ अपना एक लक्ष्य बनाना पड़ेगा। और उस लक्ष्य को पूरा करने के लिए किस-किस चीजों का उपयोग होगा। और किन-किन लोगों से मिलना पड़ेगा। इन सबका आपको एक प्रारूप तैयार करना पड़ेगा।
उसके अनुसार अपनेे कार्य का नियम बनाना पड़ेगा। उस कार्य को पूरा करने के लिए समय निर्धारित करना पड़ेगा और सभी कार्य और समय के अनुसार ही करने पड़ेंगे तभी आप अपने लक्ष्यों को पूरा कर पाएंगे।
जीवन में लक्ष्य निर्धारण का महत्व ( jeevan me lakshya nirdharan ka mehatav)
मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। बिना लक्ष्यों के इंसान का जीवन ऐसा है। कि फुटबॉल के ग्राउंड में मैच तो चल रहा है। पर दोनों तरफ गोल पोस्ट नहीं है। खिलाड़ी यहां-वहां यहां-वहां गेंद लेकर भाग तो रहे हैं। पर उनके आमने सामने गोल पोस्ट नहीं है।
अब आप बताइए ऐसे मैच को कौन देखेगा जिसका कोई निर्णय नहीं निकलने वाला हो। चाहे उस मैच में दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ी खेल रहे हैं। फिर भी दर्शकों को मैच देखने में मजा नहीं आएगा।
क्योंकि किसी भी खिलाड़ी के पास कोई लक्ष्य नहीं होगा। और बिना लक्ष्य को यहां वहां भागते रहेंगे। उस मैच का कुछ भी परिणाम नहीं निकलेगा।
जीवन में सही लक्ष्य( jeevan me sahi lakshya) जीवन में लक्ष्य बनाना बहुत बड़ी बात नहीं है। जीवन में सही लक्ष्य बनाना बहुत बड़ी बात है।
अगर आप कुछ गलत लक्ष्य बनाएंगे। और उसको पाने कोशिश करेंगे। तो वह सही नहीं होगा। यदि आप अच्छा लक्ष्य बनाएंगे। और उसको पाने की कोशिश करेंगे। वह सही मायने में आपका लक्ष्य होगा।
यदि आप किसी को नुकसान पहुंचाने का लक्ष्य बनाते हैं। किसी को तकलीफ देने का लक्ष्य बनाते हैं। तो वह आपका लक्ष्य नहीं है।
यदि आप खुद को तरक्की पर ले जाने का लक्ष्य बनाते हैं। आप खुद को कामयाब होते हुए देखना चाहते हैं। और उसके लिए लक्ष्य बनाते हैं। तो वह आपका सही लक्ष्य है।
बिना लक्ष्य का जीवन भी वैसा बन जाता है। कोई भी उसको जीना पसंद नहीं करता। लोग सालों साल काम करते रहते हैं। लेकिन उनके सामने कोई भी जीवन का लक्ष्य नहीं होता। इसलिए जिंदगी यूं ही निकल जाती है और अंत तक कुछ हासिल नहीं होता।
जीवन में लक्ष्य को पूरा कैसे करें (jeevan me lakshyon ko kaise poora kare)
जो जीवन में लक्ष्य आप ने बनाए हैं। उनको पूरा करने के लिए सबसे पहला काम आपको लक्ष्यों के प्रति दृढ़ संकल्प होना पड़ेगा। अपने आसपास ऐसे लोगों का चुनाव करना पड़ेगा।
अपनी सोच को सकारात्मक करना पड़ेगा। अपने आप को यह समझाना पड़ेगा। कि आप उस लक्ष्य को पा सकते हैं।
यदि आप यह सोचकर लक्ष्य बनाएंगे चलो लक्ष्य बना लेते हैं। पूरा कर लिया तो ठीक है। नहीं तो दूसरा लक्ष्य बना लेंगे। तब आप कभी भी उस लक्ष्य में कामयाब नहीं हो पाएंगे।
यदि आपने अपने जीवन में कोई लक्ष्य निर्धारित किया है। तो उसे पूरा करने के लिए सही रास्ता का चुनाव कीजिए। सही लोगों से मिले, सही लोगों के साथ काम कीजिए,
सबसे बड़ी बात सकारात्मक सोच के साथ और अच्छी सोच के साथ काम कीजिए। और यह सोचकर काम कीजिए। कि आप जरूर इस लक्ष्य को पा लेंगे। जो आपके लक्ष्य प्राप्ति में सहायक हो सकते हैं।
लक्ष्य ऐसे होने चाहिए। जिसके बारे में सोचते ही आपके शरीर में दुगनी ऊर्जा का संचार हो जाए। आपकी ताकत दुगनी हो जाए। आपके मस्तिष्क में एक नई ऊर्जा आनी चाहिए
आपकी सोच उस लक्ष्य के बारे में सोचते ही एकदम उसे पाने के लिए प्रेरित हो जानी चाहिए। आपका दिमाग आपको उस लक्ष्य को पाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। आपका मन आपको उस लक्ष्य को पाने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
एक कहानी
लक्ष्य के बिना जीवन अधूरा (lakshya ke bena jeevan adhura) मैं आपको एक किस्सा सुनाता हूं। तेनजिंग नोर्गे शेरपा जिसने सबसे पहले माउंट एवरेस्ट को फतह किया। जब वह 16 साल का था तो दूसरे पर्वतारोहियों का सामान कंधे पर लाद कर उनके साथ जाता थाा। लेकिन तभी उसके दिमाग में यह लक्ष्य घूमता रहता थाा। कि मुझे माउंट एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ना है।
वह लगातार 16 साल तक अनेक पर्वतारोहियों के साथ माउंट एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ने की कोशिश करता रहा। कई बार तो एकदम नजदीक जाकर भी उसे वापस आना पड़ा।
नीचे आकर वह हर बार यही कहता कि मैं एक दिन तुम्हें जरूर फतह करूंगा। क्योंकि मैं इंसान हूं। मैं अपने आप में बदलाव ला सकता हूं। पर तुम पर्वत हो तुम जैसे हो वैसे ही रहोगे। मैं अपने अंदर बदलाव लाकर एक दिन तुमको फतह कर लूंगा।
लगातार 16 साल मेहनत करने के बाद एक दिन तेनजिंग नोर्गे शेरपा ने माउंट एवरेस्ट को फतह कर लिया। और अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिखवा लिया। वहीं यह कर सका क्योंकि उसका लक्ष्य उसके सामने स्पष्ट था।
उसको पता था कि उसे क्या करना है। उसके जीवन के लक्ष्य क्या है।वह दिन रात उस लक्ष्य को पाने की कोशिश करता था। और उसके मन में यह कभी भी नहीं आया कि मैं यह नहीं कर सकता। अगर उसके मन में एक बार भी यह आया होता कि मैं यह लक्ष्य नहीं पा सकता। तो वह कभी भी माउंट एवरेस्ट फतह नहीं कर पाता।
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जीवन का लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए (jeevan ka lakshya sapath hona chahiye)
मनुष्य के जीवन का लक्ष्य क्या होना चाहिए (manushya ke jeevan ka lakshya kya hona chahiye)आपने जो भी लक्ष्य अपने निर्धारित किया है। वह एकदम स्पष्ट होना चाहिए। उस लक्ष्य को लेकर आपके मन में बिल्कुल भी दुविधा नहीं होने चाहिए।
कभी भी आपको यह नहीं लगना चाहिए कि मैं इन लक्ष्यों को पूरा नहीं कर सकता। आपका दिमाग उसके लिए एकदम सकारात्मक होना चाहिए। कि लक्ष्य जो मैंने अपने जीवन में निर्धारित कर रखे हैं मैं उनको जरूर पाऊंगा। और अपनी जिंदगी बेहतरीन बनाऊंगा।
जब तक मैं मेरे लक्ष्य (lakshya)को पा नहीं लूंगा। तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा। मैं दिन-रात कुछ भी नहीं देखूंगा। सिर्फ और सिर्फ अपने लक्ष्यों को पाने के लिए प्रयास करता रहूंगा।
जीवन में लक्ष्य प्राप्ति कैसे करें (jeevan me lakshya prapti kaise kare) दोस्तों लक्ष्य को प्राप्त करने की एक दृढ़ इच्छा शक्ति होनी चाहिए। कभी आपने छोटी सी नन्ही चींटी को शक्कर का दाना ले जाते हुए देखा है। जब अपने से कई गुना बड़े शक्कर के दाने को देखती है। उसका लक्ष्य स्पष्ट होता है।
उसके दिमाग में उसी समय यह लक्ष्य निर्धारित हो जाता है। कि मुझे यह शक्कर का दाना किसी तरह अपने बिल में पहुंचाना है। और वह प्रयास करना शुरू कर देती है। वह कई बार नकामयाब होती है। कई बार वह असफल होती है। लेकिन वह प्रयास करना नहीं छोड़ती। और अंत में वह उस शक्कर के दाने को अपने बिल में ले जाने में कामयाब हो जाती है।
दोस्तों जब एक छोटी सी चींटी जिसके पास हम इंसानों जैसी सोच नहीं है। शक्ति नहीं है। फिर भी वह हिम्मत नहीं हारती।
तो फिर हम इंसान हैं। जिसके पास सब साधन है। वह क्यों हिम्मत हार जाते हैं क्यों छोटे-मोटे असफलताओं से घबराकर अपने लक्ष्य से पीछे हट जाते हैं।
क्यों थक कर हार मान लेते हैं। क्यों नहीं सोच लेते हैं। कि मैं अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाऊंगा। वह क्यों अपने लक्ष्य को हासिल करके अपनी जिंदगी को बेहतरीन नहीं बनाता।
ऐसे हजारों उदाहरण है। के लोगों ने अपनी ताकत से ज्यादा बड़े बड़े काम किए है। वह लोग ऐसा कर सके क्योंकि उनके सामने उनके जीवन का लक्ष्य (jeevan ka lakshya) निर्धारित था। उन्होंने कभी यह नहीं सोचा कि मेरी ताकत उतनी नहीं है जितना बड़ा मैंने लक्ष्य निर्धारित कर रखा है।
उनको यह पता था कि आज नहीं तो कल मैं अपने लक्ष्यों में कामयाब जरूर होऊंगा। मैं उसको जरूर पा लूंगा। और वह लोग मेहनत करते रहे। और एक दिन उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल कर जीवन की ऊंचाइयों को छुआ।
तो आप भी उन महान व्यक्तियों से प्रेरणा लेकर अपना लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं। और लक्ष्य को पाने के लिए जीवन में काम करना शुरू कर सकते हैं।
जब भी आपका मन क्या कहता है। कि आप अपने लक्ष्य को नहीं पा सकते तो उनका में आप उन लोगों के बारे में सोचिए। जिन्होंने अपनी जिंदगी में कामयाबी पाई।
उनके बारे में पड़े तब आपको पता लगेगा। कि उन्होंने किन-किन संघर्षों किन-किन कठिनाइयों के बाद अपने लक्ष्य को पाया। और जीवन में बड़ा मुकाम हासिल किया।
लक्ष्य बनाइए जो आपको रात को सोने ना दे। आपको कभी भी चैन से बैठने ना दे। आपको कभी चैन की नींद ना देने दे। आपको कभी भी सुकून से ना रहने दे। हमेशा आपका मस्तिष्क आपका दिल दिमाग उस लक्ष्य को पाने के लिए हमेशा आप को प्रेरित करता रहे।
सारांश
दोस्तों इसलिए जीवन में लक्ष्य का होना बहुत जरूरी है। और जीवन के लक्ष्यों का अर्थ जानना बहुत जरूरी है। आज मैं अपने लेख को यहीं पर समाप्त करता हूं। आशा करता हूं कि आपको पसंद आएगा।
🙏 धन्यवाद🙏
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