इस आर्टिकल में जीवन से क्या चाहते हैं, जीवन के बारे में क्या सोचते हैं, आप अपना जीवन कैसे जीना चाहते हैं, आप मुसीबतों का सामना कैसे कर सकते हैं, अपनी मुसीबत और पर कैसे जीत पा सकते हैं, जीवन में कैसे आगे बढ़ना चाहते हैं, और जीवन में कैसे लड़ सकते हैं, इन सब बातों के बारे में बताया गया है
जीवन से क्या चाहते हो उठो लड़ो और जीतो।
नमस्कार दोस्तों👭👬👫
आपका स्वागत है। मैं मनोज कुमार को एक बार फिर से हाजिर हुआ हूँ। एक नया विषय के साथ। दोस्तों आज का शीर्षक उठो लड़ो और जीतो है (uatho ladho or jeeto)
जीवन की समस्या (jevan ki samasya)
आप अपने जीवन से क्या चाहते हैं। (aap appne jeevan se kya chahte hai) इस भाग की जिंदगी में हम बहुत ही कठिनाई और परेशानियों का सामना करते हैं। उन परेशानियों से हम कई बार लड़ते-झगड़ते बहुत टूट जाते हैं। जब भी एक या दो बार किसी काम में असफलता मिल जाती है तो हम मैदान छोड़ देते हैं उस काम से पीछे जाते हैं हम हार मान लेते हैं।
उसका परिणाम ऐसा होता है। कि हम असफलता को गले लगा लेते हैं।और यह सोच कर बैठ जाते हैं। कि मुझे सफलता नहीं मिलेगी, मेरी जिंदगी इसी तरह परेशानियां बीत जाएगी, मैं ऐसे ही मुसीबतों का सामना नहीं कर पाऊंगा, मैं जीवन में आगे नहीं बढ़ पाऊंगा, कई बार तो हम कई खतरनाक फैसले लेते हैं। और कई बार हमारी जिंदगी खत्म करने के बारे में भी सोचते हैं।
तब उस परिस्थिति में हमारे आसपास जो भी हमारे लोग हैं। हम उन पर गुस्सा दिखाते हैं उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं। जबकि हमारी परेशानी में उन लोगों का कोई कसूर नहीं होता। वह तो हमारे अच्छे और बुरे हर वक्त हमारी साथ देने को तैयार है। जिनका कोई कसूर नहीं है।
तब हमारे काम के साथ-साथ हमारी पारिवारिक जिंदगी भी तबाह होने लगती है। हमारे अपने लोग हमारे अपने साथी जो बुरे वक्त में हमारा साथ देने के लिए तैयार रहते हैं। वह भी हमसे दूर भागने लगते हैं।
क्या लगता आपको यह सही है। मुसीबतों से डर जाना मुसीबतों से हार मान लेना लड़ने से पहले अपने हथियार डाल देना क्या यह सही है।
आपको क्या लगता है। पूरी दुनिया में तो आप ही एक परेशान हैं। आपकी एक मुसीबत में है। बहुत सारे लोग इस दुनिया में परेशान और मुसीबत में है। फिर भी उन्होंने अपनी परेशानी और मुसीबतों से जीतकर जीवन में कामयाबी और सफलता पाई।
किसी भी इंसान की हम कामयाबी तो देख लेते हैं। परंतु उसके पीछे का उसका संघर्ष उसकी तपस्या उसका बलिदान वह सब नहीं देखतेहै। हम सिर्फ यही सोचते हैं। कि वह कामयाब हो गया। लेकिन मेरा नसीब अच्छा नहीं है मैं कामयाब नहीं हो रहा हूं।
किसी भी इंसान के कामयाबी में नसीब का बहुत कम और मेहनत का बहुत ज्यादा साथ रहता है। जहां पर नसीब हार जाता है। वहां पर आपकी मेहनत हमेशा जीतती है। नसीब से आपको किसी काम को करने के मौके दे सकता है। परंतु उस काम सफलता आपकी मेहनत और आपकी लगन ही मिलती है।
हजारों दुनिया में उदाहरण है। जब एक सफल आदमी आगे बढ़ता है। तो वह अपने दाएं बाएं कहीं नहीं देखता। वह तो अपने लक्ष्य को देखता है। और उस लक्ष्य के रास्ते में कितनी भी रुकावट आए, कितनी भी मुश्किलें आए, कितनी भी परेशानियां आए, वो रुकता नहीं है। और जब तक वह अपने लक्ष्य को पा नहीं लेता। जब तक अपनी सफलता को हासिल कर नहीं लेता तब तक वह चैन से नहीं बैठता।
महान नेपोलियन कहा करते थे। कि असंभव शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है। इसलिए हमेशा जीवन में मुसीबतों से लड़ने की कोशिश कीजिए। उनसे कभी भी हार मत मानो। हमेशा जीतने की कोशिश कीजिए। बार बार गिरकर बार-बार उठने की कोशिश कीजिए। जब तक आप जीत ना जाए तब तक लड़ते रहे।
दोस्तों परेशानियों से लड़कर जीतना है। हार नहीं मानती है। क्योंकि जब तक आप कठिनाई के बारे में सोचोगे, तब तक वह आपको बहुत बड़ी मुसिबत लगेगी। लेकिन जब आप उसका हल ढूंढने के बारे में सोचोगे। तो वह आपको अवसर लगने लगेगी।
कोई भी समस्या या परेशानी आपकी सोच से बड़ी नहीं है। सिर्फ हमें लगता है कि हमारी समस्याएं दुनिया में बहुत बड़ी हैं। और इस दुनिया में सबसे ज्यादा परेशान हम ही हैं।
यकीन मानिए समस्या सिर्फ आपके सोचने के तरीके पर निर्भर करती है। यदि आप उसको नकारात्मक तरीके सोचते हैं। तो वह आपको परेशानी मुश्किल लगेगी। यदि आप उसको सकारात्मक तरीके से सोचते हैं। तो वह को आपको एक अवसर लगेगा।
आपको ऐसा लगेगा। कि आप इस परेशानी में भी रास्ता निकाल कर आगे बढ़ सकते हैं। यह तो आपके लिए आगे बढ़ने का एक नया अवसर एक नया तरीका है। और आप उस तरीके से काम करके आगे बढ़ सकते है
तो हार या जीत और आपकी सोच पर निर्भर है। यदि आपकी सोच में हार है। तो दुनिया की कोई ताकत आप को जीता नहीं सकती। और यदि आपकी सोच में जीत है। तो आपको दुनिया की कोई ताकत हरा नहीं सकती।
ऐसे हजारों उदाहरण है। जब लोगों ने काफी मुश्किल और कठिनाइयों का सामना करते हुए भी जीत हासिल की, सफलता हासिल की। आप एक बात याद रखिए जब एक इंसान किसी कार्य को कर सकता है। तो आप भी उस कार्य कर सकते हैं। क्योंकि आपके पास भी उस इंसान की तथा उस काम करने के मौके हैं।
किसी महान इंसान ने कहा है। कि यदि आप अपने आप को तकलीफ दोगे तो के दिन रात मेहनत करोगे तो आपका परिवार खुशी से रहेगा। यदि आप अपने आपको आराम दोगे, अपने कंफर्ट में रहोगे, अपना कंफर्ट जोन नहीं छोड़ोगे। तो आपका परिवार हमेशा तकलीफ में रहेगा।
तो यह फैसला आपको करना है। खुद को तकलीफ देकर परिवार को सुख देना है। या खुद को आराम देकर परिवार को तकलीफ देनी है।
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हर समस्या का हल जीतो (Har samasya ka hal jeeto)
आप अपने जीवन में क्या बनना चाहते हैं। ( aap appne jeevan me kya banna chathe hai) सबसे पहले तो यह आपको फैसला करना है। कि आप अपने जीवन में क्या बनना चाहते हैं। आप अपने जीवन को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं।
क्योंकि जब तक आपके पास कोई दिशा नहीं होगी। तब तक आप की दशा तय नहीं होगी। क्योंकि आप की दिशा ही आप की दशा तय करती है। यदि आप की दिशा ठीक है। तो आप की दशा भी अच्छी होगी। और यही आपकी दिशा खराब है। तो आप की दशा भी अच्छी नहीं होगी।
यदि आपकी सोच सही दिशा में काम करने में शुरू हुई है। तो इस दुनिया में ऐसी कोई परेशानी और ऐसी कोई समस्या नहीं जिसको आप हल नहीं कर पाएंगे। सिर्फ हमको वह हल तक पहुंचना होता है।
बहुत सारे लोग यह काम नहीं करते हैं। वह समस्या का हल ढूंढने की कोशिश नहीं करते। बल्कि उस समस्या से डरकर हार कर परेशान होकर बैठ जाते हैं। और कहते हैं कि हमें जीवन में सफलता नहीं मिली हमारा तो नसीब ही खराब है। हमने बहुत मेहनत की परंतु परिणाम नहीं मिला।
परिणाम तब मिलेगा जब आप सही दिशा में मेहनत करेंगे। सही तरीके से मेहनत करेंगे। सही लोगों के साथ काम करेंगे। परंतु इन सब बातों को ना मानकर अपनी ही मर्जी से कार्य करते रहते हैं। और जब उस कार्य में सफलता नहीं मिलती तो हम हमेशा किस्मत को दोष देते हैं। अपने समय को दोष देते हैं। ऐसा मत करिए।
जब आप सही तरीके से सही दिशा में मेहनत करेंगे। अपनी गलतियों से सख कर सही रास्ते ढूंढ लेंगे। तो आपको सफलता जरूर मिलेगी। क्योंकि जीवन जीने का नाम है। हार मानने का नाम नहीं है।
इंसान का काम परेशानियों से डरकर हारना नहीं है। बल्कि उस पर विजय पाना है। परेशानियों को अपने जीवन से खत्म करना है। इतिहास उठा कर देखिए जितने भी महान लोग हुए हैं। उन सब ने अपनी जिंदगी में अनगिनत कठिनाई और परेशानियों का सामना किया। उन्होंने कभी जीवन में हार नहीं मानी।
ऐसा नहीं है कि उन्हें जीवन में असफलता नहीं मिली। बहुत बार मिली परंतु वह असफलता से डरकर रुके नहीं बल्कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए दुगनी तेजी से आगे बढ़ते रहें।
हर बार असफलता से वह कुछ नया सीख कर आगे बढ़ते। और हर बार उनका काम पहले से ज्यादा बेहतरीन होता। पर अंत में उन्होंने बेहतरीन तरीके से उस कार्य को करके सफलता पाई जरा सोचिए।
अगर आप कठिनाइयों और मुसीबतों से हार बन कर बैठ गए। तो आपको जीवन में कुछ भी नही मिलेगा। परंतु यदि आपने अपने आपको एक मौका और देकर उस काम को एक बार और करने की कोशिश की और आप सफल हो गए।
सोचिए जब आपको सफलता मिलेगी। तो उस समय का माहौल कैसा होगा। उस समय आपकी खुशी कैसी होगी। उसी खुशी और माहौल को ध्यान में रखकर एक बार और कोशिश कीजिए और सफलता पाइए।
यहाँ तक की जितने जितने भगवान ने भी इस धरती पर अवतार लिया है। चाहे वह किसी भी धर्म के हो। उन्होंने पूरी जिंदगी वे बहुत परेशानियों का सामना किया, फिर भी लोगों को सच्चा रास्ता बताया।
समस्याओं पर जीत जीवन में सफलता (samasyaayon par jeet jeevan me safalta)
हिंदू धर्म में बताया जाता है। कि भगवान राम ने अपने माता पिता की आज्ञा मानकर 14 वर्ष जंगल में बिताए जहां उन्होंने एक आम आदमी की तरह जीवन व्यतीत किया। और एक आम आदमी की तरह ही जीवन की सारी कठिनाइयों का सामना किया।
हमारे सामने बहुत सारे ऐसे उदाहरण है। जब महान लोगों के जीवन में बहुत सारी कठिनाइयों और चुनौतियां आई तो वह उनसे डरे नहीं बल्कि उन से लड़ कर उन पर जीत पाई।
ईसाई धर्म में बताया जाता है। कि ईसा मसीह ने अपने जीवन में अनेक कठिनाइयों का सामना किया। और अंत में लोगों के खातिर ही ईसा मसीह सूली पर चढ़ गए।
इस्लाम धर्म में बताया जाता है। कि पैगंबर मोहम्मद जिन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा करने में बिता दिया। लोगों को सही रास्ते पर लाने बिता दिया। उन्होंने भी अपने जीवन में अनगिनत कठिनाइयों का सामना किया बहुत सारी तकलीफ झेली। लेकिन फिर भी उन्होंने सच्चाई का रास्ता नहीं छोड़ा।
कहानी उठो लड़ो और जीतो (utho ladho Or jeeto)
आपने रॉबर्ट ब्रूस की कहानी तो सुनी होगी। जिन्होंने अपने दुश्मनों से कई लड़ाइयां लड़ी और हार का सामना किया। एक बार जब वह लड़ाई हार कर दुश्मनों से अपनी जान बचाकर भाग रहे थे। तो भागते भागते हुए एक गुफा में जा छुपे।
गुफा में बैठे-बैठे उन्होंने देखा की एक मकड़ी खाने का सामान लेकर अपने जाले तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। रॉबर्ट ब्रूस उसकी इस हरकत को ध्यान से देखने लगे। वह मकड़ी थोड़ा चढ़ती फिर गिर जाती थी। रॉबर्ट ब्रूस उसके गिरने का क्रम गिरने लगे। वह मकड़ी 16 बार नीचे गिरी 17 वी वह अपने जाले तक पहुंची।
यह देखकर रॉबर्ट ब्रूस के मन में यह विचार आया। कि जब एक छोटी सी मकड़ी 16 बार भी गिरकर हार नहीं मानती। तो मैं एक इंसान होकर चार या पांच बार हार कर कैसे हार मान लू। फिर से उन्होंने अपनी सेना को इकट्ठा किया और जोश के साथ दोबारा लड़ाई लड़ी। इस बार वह जंग को जीत(jeet) गए।
सारांश
आप जीवन में क्या करना चाहते हैं (aap jeevan me kya karna chathe hai ) सबसे पहले आपको यह निश्चित करता होगा। कि आप जीवन में क्या करना चाहते हैं, कहां पहुंचना चाहते हैं, कितनी तरक्की पाना चाहते हैं, किस मुकाम तक जाना चाहते हैं।
जब आपके सामने एक लक्ष्य होगा। तो तब आपको उस रास्ते में आने वाली कठिनाइयां नहीं दिखेगी। क्योंकि आपका सिर्फ और सिर्फ ध्यान अपनी जीत पर होगा।
इतिहास में ऐसे अनेकों उदाहरण है। जब लोगों ने अपने मुसीबतों से लड़कर पर जीत( jeet) पाई और अपने जीवन में ऊंचाइयों पर पहुंचे। वह भी हमारी तरह एक साधारण इंसान ही थे।
सिर्फ उन में लोगों से जो अलग था वह था मुसीबतों से लड़ने का जोश। मुसीबतों से जीतने की सोच। जीवन में सफलता पाने का उनका पक्का इरादा यही सब बातें उन्हें दूसरे लोगों से अलग करते थे।
दोस्तों मैं बार-बार कहता हूं। यदि आप समस्याओं के बारे में सोचोगे तो मुसीबत लगेगी। समस्याओं से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढने की कोशिश करोगे तो चुनौती लगेगी।
अब यह तो आपके ऊपर निर्भर है कि मुसीबत में जीना है या उसको अवसर मान आगे बढ़ना है। और जो लोग चुनौती लेकर आगे बढ़े वह उन मुसीबतों पर जीत पाने में सफल हो सके।
कई महान लोगों ने कहा है। कि यदि आप मन से जीत (jeet) गए तो जीत जाएंगे। और यदि आप मन से हार गए फिर आप हार जाएंगे। इसलिए अपने आप को मजबूत करो उठो लड़ो और(jeeto) जीतो।
क्योंकि जीतने वालों के लिए सारी जमीन और सारा आसमान है। हारने वालों के लिए इस दुनिया में कहीं भी जगह नहीं है। इसलिए अपनी मुसीबतों से डरो नहीं बल्कि उनसे लड़ो और जीतो। अगर हार भी जाओगे तो भी आपके दिल में सुकून होगा। कि आपने मुसीबतों का डटकर सामना किया आपने कोशिश तो की।
क्योंकि “ लहरों से डरकर कभी नौका पार नहीं होती और कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती ” इस बात को गांठ बांधकर हमेशा जीतने की कोशिश करते रहिए। क्या पता आप की आखिरी कोशिश ही आपको सफलता तक ले जाए।
इसलिए दोस्तों मैं कहूंगा। कि जीवन से डरो मत बल्कि उठो लड़ो और जीतो। अपने जीवन को सुखद बनाओ। और अपने परिवार को सारी खुशियां दो। आपका परिवार हमेशा सुखी या दुख में वह आपके साथ खड़ा है।
तो आपका फर्ज है उनको अच्छी खुशियां और एक अच्छा जीवन देना। और यदि आप अपनी परेशानियों से परेशान रहेंगे। जीवन में आगे बढ़ने की कोशिश नहीं करेंगे तरक्की के रास्ते पर नहीं चलेंगे।
अगर आप अपना कंफर्ट जोन नहीं छोड़ेंगे। तो आप अपने परिवार को खुशियां नहीं दे पाएंगे। और आपकी परेशानी देख देख कर आपका परिवार भी परेशान होगा। अब अपने परिवार को खुशियां देनी है या तकलीफ ही देनी है यह फैसला आपका है यह तो आपको ही करना है।
🙏 नमस्कार 🙏
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